- 58 Posts
- 606 Comments
मेरा देश आज लुट रहा ”भ्रष्टाचार” का है सर्वस्त्र कैसा ये ‘तांडव’?
जब राजनेता बने भ्रष्टाचारी, पोल अपनी खुलते ही बने सभी दवंग
खुलेआम बोल रहे ,संरक्षित होंगे सारे दागी,क़ानून की भी न चलेगी
गुर्राहट है आवाज़ में, न्यायालय की नही,अब तो बाग़ियों की चलेगी
आज जब पड़ोसी दुश्मन भी ‘सर’ उठा रहे चीन औ पाकिस्तान से
देश की सरकार फिर भी सो रही भ्रष्टाचार की चादर को तान के
अब देश की न्यायपालिका,सीबीआई भी दागियों के लिए निराधार है
दोनों के पर कतरने को संसद में मिलजुल भ्रष्ट पार्टियाँ अब तैयार हैं
तब भी न माना गर न्यायालय तो फिर संसद में ही क़ानून बनाएँगे
गर ज़रूरत आन पड़ी दागियों को बचाने की तो संविधान भी बदलेंगे
ट्रकों में भरके नोट अब राजनीति भी खुलकर बिक रही है गली-गली
सड़को व चौराहों पे बोली लगा ये भ्रष्ट-नेता निर्वस्त्र करते बन बाहुबली
अब जब खुल चुकी पोल सभीकी, तो संसद में ही सबने क़ानून बनाया
आर.टी आई से बहार होंगे राजनेता यह बिल अब स्वीकृत कर दिखाया
महंगाई से आक्रांत जनता पूछती ‘हाय’ ये कैसा भ्रष्टाचार देश में आ गया
खिली-खिली सी इस सुख की धूप में फिर क्यों अंधकार है अब छा गया
जब इस देश के रखबाले ही चोर, डांकू, घोटालेबाज, जाल-साज़ बन गये
पता भी न चला कब माफियायों से मिल, दीमक बन देश को ही चाट गये
फलते-फूलते इस देश को इन चंद भ्रष्टाचारियों ने ‘भ्रष्ट-तंत्र’ आज बना दिया
बोटों की ही खातिर देश की ‘धरोहर’ को नीलामकर निज जीत पे लुटा दिया
भ्रष्टाचार की ये नाकाम ‘दुश्वारियाँ’ अब नहीं चलेंगीं… नहीं चलेंगीं …नहीं चलेंगी ….
”भारत छोड़ों भ्रष्टाचारियों”, ये कलुषित कारगुजारियाँ अब नहीं चलेंगीं
Read Comments